फिर इसके बाद थोड़ा सा मुक़द्दर तलाश कर जाने न जाने गुल ही न जाने बाग़ तो सारा जाने है सांसे मेरी, जिंदगी भी मेरी, और मोहब्बत भी मेरी, तुमसे उम्र भर इश्क़ करेंगे ये ठान लिया है, तुम्हारे लिए किताब का कोई हिस्सा है मोहब्बत तुम हो जाओ नाराज़ https://hindishayri.godaddysites.com/f/shayari-in-hindi---%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%A6%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%B0%E0%A5%80