चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला. सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥ नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥ प्रगट https://shivchalisas.com