1

Top latest Five hanuman aarti Urban news

News Discuss 
ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय पंचवदनाय दक्षिण मुखे श्री हनुमान बाहुक का प्रयोग गम्भीर रोगों के निवारण हेतु किया जाता है। श्री हनुमान बाहुक की रचना तुलसीदास जी ने रोगों से मुक्त होने की कामना से की थी। इसके पाठ से श्री हनुमान जी प्रसन्न होते हैं तथा रोगों का नाश https://sethccwri.anchor-blog.com/13080459/what-does-bajrang-baan-mean

Comments

    No HTML

    HTML is disabled


Who Upvoted this Story